भोपाल शहर को सुधारने ढेरों को प्रोजेक्ट चल रहे हैं
करोड़ों रुपए इन पर खर्च किए गए लेकिन इनका फायदा लोगों को नहीं मिल रहा है इन प्रोजेक्ट में आम लोगों के साथ मवेशियों तक को सुविधा देने की योजना बनी लेकिन फेल है हालात यह है कि शिकायतों का निपटारा भी नहीं हो पा रहा है जिन संसाधनों की खरीद हुई वह कचरे के ढेर में पड़े हैं मार्किंग और शहर की क्रीम बनान…